SPECIFICATION:
- Publisher : Rajpal and Sons
- By: Subhadra Kumari Chauhan (Author)
- Binding :Hardcover
- Language : Hindi
- Edition :2019
- Pages: 276 pages
- Size : 20 x 14 x 4 cm
- ISBN-10: 93506408310
- ISBN-13 :9789350640838
DESCRIPTION:
‘खूब लड़ी मरदानी वो तो झांसी वाली रानी थी’ जैसी अमर कविता की रचयिता सुभद्रा कुमारी चौहान जितनी बड़ी कवयित्री थीं, उतनी ही बड़ी कथाकार भी थीं। कविताओं की भांति उनकी कहानियाँ भी हिन्दी साहित्य की अमूल्य निधि हैं और पाठकों की संवेदना पर नावक के तीर का-सा असर छोड़ती हैं। सुभद्रा जी की कहानियाँ एक ओर जहां रूढ़ियों पर प्रहार करती हैं वहीं ऊपरी दिखावे का भी विरोध करती हैं। उनकी सम्पूर्ण कहानियों की यह प्रस्तुति हिन्दी कथा साहित्य का गौरव-ग्रंथ है। पठनीय और संग्रहणीय साथ-साथ!
Description
SPECIFICATION:
- Publisher : Rajpal and Sons
- By: Subhadra Kumari Chauhan (Author)
- Binding :Hardcover
- Language : Hindi
- Edition :2019
- Pages: 276 pages
- Size : 20 x 14 x 4 cm
- ISBN-10: 93506408310
- ISBN-13 :9789350640838
DESCRIPTION:
‘खूब लड़ी मरदानी वो तो झांसी वाली रानी थी’ जैसी अमर कविता की रचयिता सुभद्रा कुमारी चौहान जितनी बड़ी कवयित्री थीं, उतनी ही बड़ी कथाकार भी थीं। कविताओं की भांति उनकी कहानियाँ भी हिन्दी साहित्य की अमूल्य निधि हैं और पाठकों की संवेदना पर नावक के तीर का-सा असर छोड़ती हैं। सुभद्रा जी की कहानियाँ एक ओर जहां रूढ़ियों पर प्रहार करती हैं वहीं ऊपरी दिखावे का भी विरोध करती हैं। उनकी सम्पूर्ण कहानियों की यह प्रस्तुति हिन्दी कथा साहित्य का गौरव-ग्रंथ है। पठनीय और संग्रहणीय साथ-साथ!
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