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SPECIFICATION:
- Publisher : Rajpal and Sons
- By: Rajendra Awasthi
- Binding : Hardcover
- Language : Hindi
- Edition :2019
- Pages: 208 pages
- Size : 20 x 14 x 4 cm
- ISBN-10: 8170282098
- ISBN-13 :9788170282099
DESCRIPTION:
"यह उपन्यास मध्य प्रदेश के पश्चिम में स्थित बस्तर और वहाँ के आदिवासियों की पृष्ठभूमि पर आधारित है। 1908 में बस्तर में ‘भूमकाल’ विद्रोह हुआ था जिसके अनेक कारण थे और जिसमें राज-परिवार का भी हाथ था। ‘भूमकाल’ विद्रोह का पूरा संगठन बस्तर में स्थित ‘घोटुलों’ में हुआ था। घोटुल को एक प्रकार का कुमार-गृह या बैचलर्स-होम के रूप में भी समझा जा सकता है जो युवक-युवतियों के मनो-विनोद या जिज्ञासा के केन्द्र होते हैं। उपन्यास में उपलब्ध ऐतिहासिक तथ्यों के अतिरिक्त नायक-नायिका की कहानी काल्पनिक है, लेकिन विद्रोह के कुछ मुख्य नेताओं, राज-परिवार के व्यक्तियों, अंग्रेज़ों और पंडा बैजनाथ जो सभी विद्रोह से जुड़े थे, उनके नाम ज्यों के त्यों रखे हैं। लेखक का उद्देश्य था बस्तर के घोटुल जीवन, वहाँ की संस्कृति, उनके रीति-रिवाज और जीवन को सामने रखना। 1908 के भूमकाल आन्दोलन को घटित हुए सौ साल से भी अधिक समय बीत चुका है लेकिन आज भी उसकी याद और प्रभाव बस्तर में देखने को मिलता है और वहाँ के आदिवासियों की अपनी ज़मीन पर अधिकार की लड़ाई आज भी चल रही है। राजेन्द्र अवस्थी (1930 - 2009) एक सफल पत्रकार और साहित्यकार थे। ‘नवभारत’, ‘सारिका’, ‘नंदन’, ‘साप्ताहिक हिन्दुस्तान’ और ‘कादम्बिनी’ के वे सम्पादक रहे। साहित्य के क्षेत्र में भी उन्होंने अपना भरपूर योगदान दिया। 1997-98 में दिल्ली सरकार की हिन्दी अकादमी ने उन्हें ‘साहित्यिक कृति’ से सम्मानित किया था। उनकी अन्य लोकप्रिय पुस्तकें हैं - बीमार शहर और काल चिंतन।"

SPECIFICATION:
- Publisher : Rajpal and Sons
- By: Rajendra Awasthi
- Binding : Paperback
- Language : Hindi
- Edition :2019
- Pages: 208 pages
- Size : 20 x 14 x 4 cm
- ISBN-10: 9386534932
- ISBN-13 :9789386534934
DESCRIPTION:
"यह उपन्यास मध्य प्रदेश के पश्चिम में स्थित बस्तर और वहाँ के आदिवासियों की पृष्ठभूमि पर आधारित है। 1908 में बस्तर में ‘भूमकाल’ विद्रोह हुआ था जिसके अनेक कारण थे और जिसमें राज-परिवार का भी हाथ था। ‘भूमकाल’ विद्रोह का पूरा संगठन बस्तर में स्थित ‘घोटुलों’ में हुआ था। घोटुल को एक प्रकार का कुमार-गृह या बैचलर्स-होम के रूप में भी समझा जा सकता है जो युवक-युवतियों के मनो-विनोद या जिज्ञासा के केन्द्र होते हैं। उपन्यास में उपलब्ध ऐतिहासिक तथ्यों के अतिरिक्त नायक-नायिका की कहानी काल्पनिक है, लेकिन विद्रोह के कुछ मुख्य नेताओं, राज-परिवार के व्यक्तियों, अंग्रेज़ों और पंडा बैजनाथ जो सभी विद्रोह से जुड़े थे, उनके नाम ज्यों के त्यों रखे हैं। लेखक का उद्देश्य था बस्तर के घोटुल जीवन, वहाँ की संस्कृति, उनके रीति-रिवाज और जीवन को सामने रखना। 1908 के भूमकाल आन्दोलन को घटित हुए सौ साल से भी अधिक समय बीत चुका है लेकिन आज भी उसकी याद और प्रभाव बस्तर में देखने को मिलता है और वहाँ के आदिवासियों की अपनी ज़मीन पर अधिकार की लड़ाई आज भी चल रही है। राजेन्द्र अवस्थी (1930 - 2009) एक सफल पत्रकार और साहित्यकार थे। ‘नवभारत’, ‘सारिका’, ‘नंदन’, ‘साप्ताहिक हिन्दुस्तान’ और ‘कादम्बिनी’ के वे सम्पादक रहे। साहित्य के क्षेत्र में भी उन्होंने अपना भरपूर योगदान दिया। 1997-98 में दिल्ली सरकार की हिन्दी अकादमी ने उन्हें ‘साहित्यिक कृति’ से सम्मानित किया था। उनकी अन्य लोकप्रिय पुस्तकें हैं - बीमार शहर और काल चिंतन।"

SPECIFICATION:
- Publisher : Rajpal and Sons
- By: Jack London(Author)
- Binding :Paperback
- Language : Hindi
- Edition :2016
- Pages: 80 pages
- Size : 20 x 14 x 4 cm
- ISBN-10: 8174830359
- ISBN-13 :9788174830357
DESCRIPTION:
जैक लंडन के प्रसिद्ध उपन्यास 'कॉल ऑफ द वाइल्ड ' का सरल हिंदी रूपांतर इस पुस्तक में देखा जा सकता है।

SPECIFICATION:
- Publisher : Rajpal and Sons
- By: Premchand (Author)
- Binding :Paperback
- Language: Hindi
- Edition :2017
- Pages: 32 pages
- Size : 20 x 14 x 4 cm
- ISBN-10: 8190801716
- ISBN-13: 9788190801713
DESCRIPTION:
मुंशी प्रेमचन्द की गिनती हिन्दी के सर्वश्रेष्ठ कहानी-लेखकों में की जाती है। 1880 में उनका जन्म वाराणसी के एक छोटे से गांव लमही में एक साधारण परिवार में हुआ था। उनका घर का नाम धनपतराय था। स्कूल में अध्यापन का कार्य करते हुए उन्होंने कहानियां और उपन्यास लिखने शुरू किये। उन्होंने सैकड़ों कहानियां और एक दर्जन के लगभग उपन्यास लिखे जिनमें से गोदान, ग़बन, सेवासदन, रंगभूमि, कायाकल्प और निर्मला बहुत प्रसिद्ध हैं। 1936 में उनका देहान्त हुआ।
Description
When the residents of Meraupatnam’s posh Dormeth Lane start getting picked off by mysterious snipers, the mayor has no choice but to call in the celebrated detective Juni Dagger. With the aid of his assistant, Monroe, and a stranger-turned-ally, Cameron, Dagger must find the link between the murders and find the mastermind, a mysterious man who goes by the name Veron.
Interspersed with his sleuthing, are Dagger’s culinary adventures, which often throw up clues to his case. Soon, Dagger discovers that Veron is now targeting him, and his desire to be rid of the detective can only be matched by Dagger’s desire to enjoy a good meal (or two or three!).
Perfect for readers who like their mystery with a generous side of comedy, Juni Dagger is sure to leave you wanting more, both from the detective, and your meals
AUTHOR OF THE BOOK
Sixteen-year-old Arjun Chandra Kathpalia is an accomplished piano player and a photographer from Delhi. His works have featured in online photography magazines. He is also a gamer, a computer buff, a graphic designer and a gourmand. This is his first novel.
Specification
- Product Code : BK8711
- Publisher : Rupa Publications India
- Edition : September 20, 2017
- Pages : 168
- Weight : 100 gm.
- Size : 5.9 x 0.9 x 8.3 inches
- Binding : Paperback
- Author : Arjun Chandra Kathpalia
- Language : English
- ISBN-10: 8129148692
ISBN-13: 978-8129148698
Description
The Junior Classics series, comprising twenty titles, introduces young readers to literary masterpieces by celebrated authors, ranging from Charles Dickens and R.L. Stevenson to Louisa M. Alcott and H.G. Wells. The all-time popular novels packed with colourful illustrations bring alive the lovable characters and can keep children entertained for hours. Each book in the series has a collection of four stories from diverse genres and by different writers, which makes reading a lot of fun. Thoughtfully abridged and told in simple language, this engaging series will kindle the love for reading in children. This treasure trove of eighty stories, ranging from adventure, fantasy, satire to mystery and romance, will be a welcome addition to any child?s personal library.
Specification
- Product Code : BK8712
- Publisher : Rupa Publications India
- Edition : March 1, 2016
- Pages : 128
- Weight : 160 gm.
- Size : 8 x 0.4 x 5.2 inches
- Binding : Paperback
- Author : Terry O'Brien
- Language : English
- ISBN-10: 8129138956
ISBN-13: 978-8129138958
SPECIFICATION:
- Publisher : Ranjan Publications
- By : S C Mishra
- Cover : Paperback
- Language : English
- Edition : 2012
- Pages : 460
- Weight : 500 g.
- Size : 8.5 x 5.5 x 1 inches
- ISBN-10: 8188230170
- ISBN-13: 978-8188230174
DESCRIPTION:
Bhartiya jyotish ke vikas ka itihaas praya 3000 varsh purana hai. Is shashtra ke prachaar prasaar awam vistaar mein bharatvarsh me rahne waale pratyake varg ke gyanion ve vigyanion ka pratyaksh ve paroksh yogdaan spasht pratifalit hai.
SPECIFICATION:
- Publisher : Navbharat Sahitya Mandir
- By : Kaajal Oza Vaidya
- Cover : Paperback
- Language : Gujarati
- Edition : 2018
- Pages : 152
- Weight : 320 gm
- Size : 20 x 14 x 4 cm
- ISBN-10 : 8184403402
- ISBN-13 : 978-8184403404
DESCRIPTION:
આ ટૂંકી વાર્તાઓનો બીજો સંગ્રહ છે. ત્રણ લઘુનવલ અને બીજી ટૂંકી વાર્તાઓ સાથે આ સંગ્રહમાં જુદી પ્રકારની, જુદા અવાજની ટૂંકી વાર્તાઓ સંકલિત કરવામાં આવી છે.

Specification
- Product Code :BS7434
- Material :Brass
- Size :6.75"H x 5.25"W x 2"D
- Weight :1.320 kg.
Description
Specification
- Product Code :388
- Material : Black Marble, Special Note: Requires 3 weeks to finish and Ship
- Size :18"
Description
The image of the Kal Bhairav has been beautifully carved out of a single black marble block revealing some of the basic characteristics of this genre of craftsmanship. The figure has been painted black and red and it is wearing some golden ornaments. Kal Bhairavi is the symbol of the victory of the good over the evil and is worshipped by the Hindus for good luck.
Special Note: Made to order, requires 4 weeks to finish and Ship, before shipping we will send images of the finished statue for the approval from your side, please note that the image is indicative a slight diference is to be expected a better finish is assured.

SPECIFICATION
- Product Code : 15605
- Material : White Metal
- Size : 6.25"H x 6.75"W
- Weight : 310 gm.

SPECIFICATION:
- Publisher :Rajpal and Sons
- By: Anna Sewell (Author)
- Binding : Paperback
- Language: Hindi
- Edition :2016
- Pages: 80 pages
- Size : 20 x 14 x 4 cm
- ISBN-10::81748300910
- ISBN-13: 9788174830098
DESCRIPTION:
एना सेवेल के प्रसिध्द उपन्यास 'ब्लैक ब्युटी' का सरल हिंदी रूपांतर।

SPECIFICATION:
- Publisher : Rajpal and Sons
- By: Alexander Dumas (Author)
- Binding :Paperback
- Language : Hindi
- Edition :2012
- Pages: 80 pages
- Size : 20 x 14 x 4 cm
- ISBN-10: 8174830677
- ISBN-13 :9788174830678
DESCRIPTION:
अलेक्जेंडर ड्यूमा के प्रसिद्ध उपन्यास 'ब्लैक ट्यूलिप' का सरल हिंदी रूपांतर इस पुस्तक में देखा जा सकता है।

SPECIFICATION:
- Publisher : Rajpal and Sons
- By: Saadat Hasan Manto (Author)
- Binding :Paperback
- Language : Hindi
- Edition :2016
- Pages: 160 pages
- Size : 20 x 14 x 4 cm
- ISBN-10: 9350643820
- ISBN-13 :9789350643822
DESCRIPTION:
अगर आपको मेरी कहानियाँ अश्लील या गंदी लगती हैं, तो जिस समाज में आप रह रहे हैं, वह अश्लील और गंदा है। मेरी कहानियाँ तो केवल सच दर्शाती हैं... अक्सर ऐसा कहते थे मंटो जब उन पर अश्लीलता के इल्ज़ाम लगते। बेबाक सच लिखने वाले मंटो बहुत से ऐसे मुद्दों पर भी लिखते जिन्हें उस समय के समाज में बंद दरवाज़ों के पीछे दबा कर, छुपा कर रखा जाता था। सच सामने लाने के साथ, कहानी कहने की अपनी बेमिसाल अदा और उर्दू ज़बान पर बेजोड़ पकड़ ने सआदत हसन मंटो को कहानी का बेताज बादशाह बना दिया। मात्र 43 सालों की ज़िंदगी में उन्होंने 200 से अधिक कहानियाँ, एक उपन्यास, तीन निबन्ध-संग्रह और अनेक नाटक, रेडियो और फ़िल्म पटकथाएँ लिखीं। फ्रेंच और रूसी लेखकों से प्रभावित, वामपंथी सोच वाले मंटो के लेखन में सच्चाई को ऐसे पेश करने की ताकत है जो लंबे अर्से तक पाठक के दिलोदिमाग पर अपनी पकड़ बनाए रखती है। 2012 में पूरे हिन्दुस्तान में मनाई गई मंटो की जन्म-शताब्दी इस बात का सबूत है कि मंटो आज भी अपने पाठकों और प्रशंसकों के लिए ज़िंदा हैं।

SPECIFICATION:
- Publisher : Rajpal and Sons
- By: Saadat Hasan Manto (Author)
- Binding :Hardcover
- Language : Hindi
- Edition :2016
- Pages: 160 pages
- Size : 20 x 14 x 4 cm
- ISBN-10: 9350643839
- ISBN-13 :9789350643839
DESCRIPTION:
अगर आपको मेरी कहानियाँ अश्लील या गंदी लगती हैं, तो जिस समाज में आप रह रहे हैं, वह अश्लील और गंदा है। मेरी कहानियाँ तो केवल सच दर्शाती हैं... अक्सर ऐसा कहते थे मंटो जब उन पर अश्लीलता के इल्ज़ाम लगते। बेबाक सच लिखने वाले मंटो बहुत से ऐसे मुद्दों पर भी लिखते जिन्हें उस समय के समाज में बंद दरवाज़ों के पीछे दबा कर, छुपा कर रखा जाता था। सच सामने लाने के साथ, कहानी कहने की अपनी बेमिसाल अदा और उर्दू ज़बान पर बेजोड़ पकड़ ने सआदत हसन मंटो को कहानी का बेताज बादशाह बना दिया। मात्र 43 सालों की ज़िंदगी में उन्होंने 200 से अधिक कहानियाँ, एक उपन्यास, तीन निबन्ध-संग्रह और अनेक नाटक, रेडियो और फ़िल्म पटकथाएँ लिखीं। फ्रेंच और रूसी लेखकों से प्रभावित, वामपंथी सोच वाले मंटो के लेखन में सच्चाई को ऐसे पेश करने की ताकत है जो लंबे अर्से तक पाठक के दिलोदिमाग पर अपनी पकड़ बनाए रखती है। 2012 में पूरे हिन्दुस्तान में मनाई गई मंटो की जन्म-शताब्दी इस बात का सबूत है कि मंटो आज भी अपने पाठकों और प्रशंसकों के लिए ज़िंदा हैं।
SPECIFICATION:
- Publisher : Rajpal and Sons
- By : Saadat Hasan Manto
- Cover : Paperback
- Language : Hindi
- Edition : 2016
- Pages : 159
- Weight : 360 g.
- Size : 7.9 x 5.5 x 1.6 inches
- ISBN-10: 9350643820
- ISBN-13: 978-9350643822
DESCRIPTION:
अगर आपको मेरी कहनियाँ अश्लील या गन्दी लगती है , तो जिस समाज में आप रह रहे है , वह अशलील और गन्दा है . मेरी कहनियाँ तो केवल सच दर्शाती है .....अक्शर ऐसा कहते थे मंटो जब उन पर अश्लीलता के इल्जाम लगते . बेबाक सच लिखने वाले मंटो बहुत से ऐसे मुदो पर भी लिखते जिन्हें उस समय के समाज में बंद दरवाजो के पीछे दबा कर, छुपा कर रखा जाता था . सच सामने लाने के साथ, कहानी कहने की अपनी बेमिसाल अदा और उर्दू जबान पर बेजोड़ पकड़ ने सआदत हसन मंटो को कहानी का बेताज बादशाह बना दिया . मात्र 43 सालो की जिन्दगी में उन्होंने 200 से अधिक कहानियाँ , एक उपन्यास , तीन निबन्ध संग्रह और अनेक नाटक ,रेडियो और फिल्म पटकथा लिखी . फ्रेंच और रूसी लेखको से प्रभावित , वामपंथी सोच वाले मंटो के लेखन में सचाई को पेश करने की ताकत है जो लम्बे अर्से तक पाठक के दिलो दिमाग पर अपनी पकड़ बनाए रखती है २०१२ मे पूरे हिन्दुतान में मनाई गयी मंटो की जन्म -शताब्दी इस बात का सबूत है की मंटो आज भी अपने पाठकों और प्रशंसकों के लिए जिन्दा है .

Specification
- Product Code :5164
- Material: Copper
- Size: 9.53 cm, 9.53 cm, 0.51 cm
Description
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