SPECIFICATION:
- Publisher : Rajpal and Sons
- By: Giriraj Kishore (Author)
- Binding : Hardcover
- Language : Hindi
- Edition :2009
- Pages: 152 pages
- Size : 20 x 14 x 4 cm
- ISBN-10: 81702880710
- ISBN-13 :9788170288077
DESCRIPTION:
गिरिराज किशोर मानवमात्र के मनोभावों को शब्दों में उतार कर किस तरह कहानियों का ताना-बाना बुनते हैं, यह उनके इस कहानी-संग्रह में संकलित कहानियों में देखा जा सकता है। ‘कविताएं’ कहानी में मृत्युशैया पर पड़ी पत्नी के सिरहाने बैठे पति की अन्तव्र्यथा, ‘फाइल दाखिल दफ्तर’ में पुत्र और बहू की गुमशुदगी से परेशान पिता की आँखों में कभी खत्म न होने वाली तलाश, या ‘पापा, मैं अंग्रेज़ी नहीं जानता’ में दूसरों के सम्मुख स्वयं को उपेक्षित पाते शिशु का करुण क्रन्दन...सभी का ऐसा जीवंत चित्रण किया है कि घटनाएं चलचित्र की तरह आँखों के सामने आ जाती हैं।
Description
SPECIFICATION:
- Publisher : Rajpal and Sons
- By: Giriraj Kishore (Author)
- Binding : Hardcover
- Language : Hindi
- Edition :2009
- Pages: 152 pages
- Size : 20 x 14 x 4 cm
- ISBN-10: 81702880710
- ISBN-13 :9788170288077
DESCRIPTION:
गिरिराज किशोर मानवमात्र के मनोभावों को शब्दों में उतार कर किस तरह कहानियों का ताना-बाना बुनते हैं, यह उनके इस कहानी-संग्रह में संकलित कहानियों में देखा जा सकता है। ‘कविताएं’ कहानी में मृत्युशैया पर पड़ी पत्नी के सिरहाने बैठे पति की अन्तव्र्यथा, ‘फाइल दाखिल दफ्तर’ में पुत्र और बहू की गुमशुदगी से परेशान पिता की आँखों में कभी खत्म न होने वाली तलाश, या ‘पापा, मैं अंग्रेज़ी नहीं जानता’ में दूसरों के सम्मुख स्वयं को उपेक्षित पाते शिशु का करुण क्रन्दन...सभी का ऐसा जीवंत चित्रण किया है कि घटनाएं चलचित्र की तरह आँखों के सामने आ जाती हैं।
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