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Omprakash Valmiki Ka Antim SamvadOmprakash Valmiki Ka Antim Samvad
Omprakash Valmiki Ka Antim Samvad
SPECIFICATION:
  • Publisher : Rajpal and Sons
  • By:  Bhanwarlal Meena (Author)
  • Binding :Paperback
  • Language : Hindi
  • Edition :2019
  • Pages: 112 pages
  • Size : 20 x 14 x 4 cm
  • ISBN-10: 9386534762
  • ISBN-13 :9789386534767

DESCRIPTION: 

ओमप्रकाश वाल्मीकि भारतीय दलित साहित्य के सबसे बड़े हस्ताक्षर हैं। उनकी आत्मकथा, जूठन, जिसमें उन्होंने जातीय अपमान और उत्पीड़न के कई अनछुए सामाजिक पहलुओं पर रोशनी डाली है, दलित साहित्य में मील का पत्थर मानी जाती है। 30 जून 1950 में उत्तर प्रदेश में जन्मे वाल्मीकि ने एम.ए. तक शिक्षा प्राप्त की जिसके दौरान उन्हें आर्थिक, सामाजिक और मानसिक उत्पीड़न झेलना पड़ा। 1993 में उन्हें डा. अम्बेडकर पुरस्कार, 1995 में परिवेश सम्मान और साहित्य भूषण पुरस्कार से अलंकृत किया गया। अपनी दलित अस्मिता के आग्रह के बावजूद ओमप्रकाश वाल्मीकि के लेखन की व्यापक और गहरी चिंताएँ हैं और इसी कारण, देश, धर्म, जाति और विमर्श पर इस पुस्तक में प्रस्तुत उनके विचार आज भी अत्यंत महत्त्वपूर्ण और सामयिक हैं। 2012 में जब वे दिल्ली के गंगाराम अस्पताल में कैंसर का उपचार ले रहे थे तब उनकी देखभाल कर रहे युवा लेखक और दलित साहित्य के शोधार्थी भंवरलाल मीणा ने उनसे लम्बी बातचीत की। इस अंतिम बातचीत में जहाँ अनेक आत्मस्वीकार हैं, वहीं दलित दृष्टि का पुनराविष्कार भी है। यह संवाद इस मायने में अद्वितीय है कि मृत्यु को एकदम नज़दीक से देख रहे लेखक ने जीवन में अपने अनुभवों का अंतिम सार प्रस्तुत कर दिया है। 2013 को ओमप्रकाश वाल्मीकि का देहान्त हो गया। राजस्थान के आदिवासी क्षेत्र में अध्यापन कर रहे भंवरलाल मीणा साहित्य और विमर्श के अध्येता हैं। आदिवासी लोकगीतों पर आपकी एक पुस्तक प्रकाशित हुई है और लघु पत्रिका बनास जन से भी जुड़े हैं।

                          $12
                          Parvat Se Saagar TakParvat Se Saagar Tak
                          Parvat Se Saagar Tak
                          SPECIFICATION:
                          • Publisher : Rajpal and Sons
                          • By: Shailesh Matiyani (Author)
                          • Binding :Hardcover
                          • Language : Hindi
                          • Edition :2000
                          • Pages: 136 pages
                          • Size : 20 x 14 x 4 cm
                          • ISBN-10: 8170283760
                          • ISBN-13 :9788170283768

                          DESCRIPTION: 

                          प्रख्यात साहित्यकार शैलेश मटियानी की स्वयं अपने जीवन पर आधारित एक मार्मिक औपन्यासिक रचना - आदि से अंत तक पाठक को बाँधे रखने में समर्थ

                                                  $12
                                                  Toba Tek Singh Aur Anya KahaniyaanToba Tek Singh Aur Anya Kahaniyaan
                                                  Toba Tek Singh Aur Anya Kahaniyaan
                                                  SPECIFICATION:
                                                  • Publisher : Rajpal and Sons
                                                  • By: Saadat Hasan Manto (Author)
                                                  • Binding :Paperback
                                                  • Language : Hindi
                                                  • Edition :2018
                                                  • Pages: 152 pages
                                                  • Size : 20 x 14 x 4 cm
                                                  • ISBN-10: 9350641763
                                                  • ISBN-13 :9789350641767

                                                  DESCRIPTION: 

                                                  अगर आपको मेरी कहानियाँ अश्लील या गंदी लगती हैं, तो जिस समाज में आप रह रहे हैं, वह अश्लील और गंदा है। मेरी कहानियाँ तो केवल सच दर्शाती हैं... अक्सर ऐसा कहते थे मंटो जब उन पर अश्लीलता के इल्ज़ाम लगते। बेबाक सच लिखने वाले मंटो बहुत से ऐसे मुद्दों पर भी लिखते जिन्हें उस समय के समाज में बंद दरवाज़ों के पीछे दबा कर, छुपा कर रखा जाता था। सच सामने लाने के साथ, कहानी कहने की अपनी बेमिसाल अदा और उर्दू ज़बान पर बेजोड़ पकड़ ने सआदत हसन मंटो को कहानी का बेताज बादशाह बना दिया। मात्र 43 सालों की ज़िंदगी में उन्होंने 200 से अधिक कहानियाँ, एक उपन्यास, तीन निबन्ध-संग्रह और अनेक नाटक, रेडियो और फ़िल्म पटकथाएँ लिखीं। फ्रेंच और रूसी लेखकों से प्रभावित, वामपंथी सोच वाले मंटो के लेखन में सच्चाई को ऐसे पेश करने की ताकत है जो लंबे अर्से तक पाठक के दिलोदिमाग पर अपनी पकड़ बनाए रखती है। 2012 में पूरे हिन्दुस्तान में मनाई गई मंटो की जन्म-शताब्दी इस बात का सबूत है कि मंटो आज भी अपने पाठकों और प्रशंसकों के लिए ज़िंदा हैं।

                                                                          $15
                                                                          Toba Tek Singh Aur Anya KahaniyaanToba Tek Singh Aur Anya Kahaniyaan
                                                                          Toba Tek Singh Aur Anya Kahaniyaan
                                                                          SPECIFICATION:
                                                                          • Publisher : Rajpal and Sons
                                                                          • By: Saadat Hasan Manto (Author)
                                                                          • Binding :Hardcover
                                                                          • Language : Hindi
                                                                          • Edition :2013
                                                                          • Pages: 152 pages
                                                                          • Size : 20 x 14 x 4 cm
                                                                          • ISBN-10: 9350641534
                                                                          • ISBN-13 :9789350641538

                                                                          DESCRIPTION: 

                                                                          अगर आपको मेरी कहानियाँ अश्लील या गंदी लगती हैं, तो जिस समाज में आप रह रहे हैं, वह अश्लील और गंदा है। मेरी कहानियाँ तो केवल सच दर्शाती हैं... अक्सर ऐसा कहते थे मंटो जब उन पर अश्लीलता के इल्ज़ाम लगते। बेबाक सच लिखने वाले मंटो बहुत से ऐसे मुद्दों पर भी लिखते जिन्हें उस समय के समाज में बंद दरवाज़ों के पीछे दबा कर, छुपा कर रखा जाता था। सच सामने लाने के साथ, कहानी कहने की अपनी बेमिसाल अदा और उर्दू ज़बान पर बेजोड़ पकड़ ने सआदत हसन मंटो को कहानी का बेताज बादशाह बना दिया। मात्र 43 सालों की ज़िंदगी में उन्होंने 200 से अधिक कहानियाँ, एक उपन्यास, तीन निबन्ध-संग्रह और अनेक नाटक, रेडियो और फ़िल्म पटकथाएँ लिखीं। फ्रेंच और रूसी लेखकों से प्रभावित, वामपंथी सोच वाले मंटो के लेखन में सच्चाई को ऐसे पेश करने की ताकत है जो लंबे अर्से तक पाठक के दिलोदिमाग पर अपनी पकड़ बनाए रखती है। 2012 में पूरे हिन्दुस्तान में मनाई गई मंटो की जन्म-शताब्दी इस बात का सबूत है कि मंटो आज भी अपने पाठकों और प्रशंसकों के लिए ज़िंदा हैं।

                                                                                                  $24
                                                                                                  Thanda Gosht Aur Anya KahaniyaanThanda Gosht Aur Anya Kahaniyaan
                                                                                                  Thanda Gosht Aur Anya Kahaniyaan
                                                                                                  SPECIFICATION:
                                                                                                  • Publisher : Rajpal and Sons
                                                                                                  • By: Saadat Hasan Manto (Author)
                                                                                                  • Binding :Hardcover
                                                                                                  • Language : Hindi
                                                                                                  • Edition :2016
                                                                                                  • Pages: 160 pages
                                                                                                  • Size : 20 x 14 x 4 cm
                                                                                                  • ISBN-10: 9350643812
                                                                                                  • ISBN-13 :9789350643815

                                                                                                  DESCRIPTION: 

                                                                                                  अगर आपको मेरी कहानियाँ अश्लील या गंदी लगती हैं, तो जिस समाज में आप रह रहे हैं, वह अश्लील और गंदा है। मेरी कहानियाँ तो केवल सच दर्शाती हैं... अक्सर ऐसा कहते थे मंटो जब उन पर अश्लीलता के इल्ज़ाम लगते। बेबाक सच लिखने वाले मंटो बहुत से ऐसे मुद्दों पर भी लिखते जिन्हें उस समय के समाज में बंद दरवाज़ों के पीछे दबा कर, छुपा कर रखा जाता था। सच सामने लाने के साथ, कहानी कहने की अपनी बेमिसाल अदा और उर्दू ज़बान पर बेजोड़ पकड़ ने सआदत हसन मंटो को कहानी का बेताज बादशाह बना दिया। मात्र 43 सालों की ज़िंदगी में उन्होंने 200 से अधिक कहानियाँ, एक उपन्यास, तीन निबन्ध-संग्रह और अनेक नाटक, रेडियो और फ़िल्म पटकथाएँ लिखीं। फ्रेंच और रूसी लेखकों से प्रभावित, वामपंथी सोच वाले मंटो के लेखन में सच्चाई को ऐसे पेश करने की ताकत है जो लंबे अर्से तक पाठक के दिलोदिमाग पर अपनी पकड़ बनाए रखती है। 2012 में पूरे हिन्दुस्तान में मनाई गई मंटो की जन्म-शताब्दी इस बात का सबूत है कि मंटो आज भी अपने पाठकों और प्रशंसकों के लिए ज़िंदा हैं।

                                                                                                                          $22
                                                                                                                          Thanda Gosht Aur Anya KahaniyaanThanda Gosht Aur Anya Kahaniyaan
                                                                                                                          Thanda Gosht Aur Anya Kahaniyaan
                                                                                                                          SPECIFICATION:
                                                                                                                          • Publisher : Rajpal and Sons
                                                                                                                          • By: Saadat Hasan Manto (Author)
                                                                                                                          • Binding :Paperback
                                                                                                                          • Language : Hindi
                                                                                                                          • Edition :2017
                                                                                                                          • Pages: 160 pages
                                                                                                                          • Size : 20 x 14 x 4 cm
                                                                                                                          • ISBN-10: 9350643804
                                                                                                                          • ISBN-13 :9789350643808

                                                                                                                          DESCRIPTION: 

                                                                                                                          अगर आपको मेरी कहानियाँ अश्लील या गंदी लगती हैं, तो जिस समाज में आप रह रहे हैं, वह अश्लील और गंदा है। मेरी कहानियाँ तो केवल सच दर्शाती हैं... अक्सर ऐसा कहते थे मंटो जब उन पर अश्लीलता के इल्ज़ाम लगते। बेबाक सच लिखने वाले मंटो बहुत से ऐसे मुद्दों पर भी लिखते जिन्हें उस समय के समाज में बंद दरवाज़ों के पीछे दबा कर, छुपा कर रखा जाता था। सच सामने लाने के साथ, कहानी कहने की अपनी बेमिसाल अदा और उर्दू ज़बान पर बेजोड़ पकड़ ने सआदत हसन मंटो को कहानी का बेताज बादशाह बना दिया। मात्र 43 सालों की ज़िंदगी में उन्होंने 200 से अधिक कहानियाँ, एक उपन्यास, तीन निबन्ध-संग्रह और अनेक नाटक, रेडियो और फ़िल्म पटकथाएँ लिखीं। फ्रेंच और रूसी लेखकों से प्रभावित, वामपंथी सोच वाले मंटो के लेखन में सच्चाई को ऐसे पेश करने की ताकत है जो लंबे अर्से तक पाठक के दिलोदिमाग पर अपनी पकड़ बनाए रखती है। 2012 में पूरे हिन्दुस्तान में मनाई गई मंटो की जन्म-शताब्दी इस बात का सबूत है कि मंटो आज भी अपने पाठकों और प्रशंसकों के लिए ज़िंदा हैं।

                                                                                                                                                  $15
                                                                                                                                                  Syah Hashiye Aur Anya KahaniyaanSyah Hashiye Aur Anya Kahaniyaan
                                                                                                                                                  Syah Hashiye Aur Anya Kahaniyaan
                                                                                                                                                  SPECIFICATION:
                                                                                                                                                  • Publisher : Rajpal and Sons
                                                                                                                                                  • By: Saadat Hasan Manto (Author)
                                                                                                                                                  • Binding :Paperback
                                                                                                                                                  • Language : Hindi
                                                                                                                                                  • Edition :2017
                                                                                                                                                  • Pages: 200 pages
                                                                                                                                                  • Size : 20 x 14 x 4 cm
                                                                                                                                                  • ISBN-10: 9386534088
                                                                                                                                                  • ISBN-13 :9789386534088

                                                                                                                                                  DESCRIPTION: 

                                                                                                                                                  अगर आपको मेरी कहानियाँ अश्लील या गंदी लगती हैं, तो जिस समाज में आप रह रहे हैं, वह अश्लील और गंदा है। मेरी कहानियाँ तो केवल सच दर्शाती हैं... अक्सर ऐसा कहते थे मंटो जब उन पर अश्लीलता के इल्ज़ाम लगते। बेबाक सच लिखने वाले मंटो बहुत से ऐसे मुद्दों पर भी लिखते जिन्हें उस समय के समाज में बंद दरवाज़ों के पीछे दबा कर, छुपा कर रखा जाता था। सच सामने लाने के साथ, कहानी कहने की अपनी बेमिसाल अदा और उर्दू ज़बान पर बेजोड़ पकड़ ने सआदत हसन मंटो को कहानी का बेताज बादशाह बना दिया। मात्र 43 सालों की ज़िंदगी में उन्होंने 200 से अधिक कहानियाँ, एक उपन्यास, तीन निबन्ध-संग्रह और अनेक नाटक, रेडियो और फ़िल्म पटकथाएँ लिखीं। फ्रेंच और रूसी लेखकों से प्रभावित, वामपंथी सोच वाले मंटो के लेखन में सच्चाई को ऐसे पेश करने की ताकत है जो लंबे अर्से तक पाठक के दिलोदिमाग पर अपनी पकड़ बनाए रखती है। 2012 में पूरे हिन्दुस्तान में मनाई गई मंटो की जन्म-शताब्दी इस बात का सबूत है कि मंटो आज भी अपने पाठकों और प्रशंसकों के लिए ज़िंदा हैं।

                                                                                                                                                                          $15
                                                                                                                                                                          Kaali Salwar Aur Anya KahaniyaanKaali Salwar Aur Anya Kahaniyaan
                                                                                                                                                                          Kaali Salwar Aur Anya Kahaniyaan
                                                                                                                                                                          SPECIFICATION:
                                                                                                                                                                          • Publisher : Rajpal and Sons
                                                                                                                                                                          • By: Saadat Hasan Manto (Author)
                                                                                                                                                                          • Binding :Hardcover
                                                                                                                                                                          • Language : Hindi
                                                                                                                                                                          • Edition :2016
                                                                                                                                                                          • Pages: 160 pages
                                                                                                                                                                          • Size : 20 x 14 x 4 cm
                                                                                                                                                                          • ISBN-10: 9350643839
                                                                                                                                                                          • ISBN-13 :9789350643839

                                                                                                                                                                          DESCRIPTION: 

                                                                                                                                                                          अगर आपको मेरी कहानियाँ अश्लील या गंदी लगती हैं, तो जिस समाज में आप रह रहे हैं, वह अश्लील और गंदा है। मेरी कहानियाँ तो केवल सच दर्शाती हैं... अक्सर ऐसा कहते थे मंटो जब उन पर अश्लीलता के इल्ज़ाम लगते। बेबाक सच लिखने वाले मंटो बहुत से ऐसे मुद्दों पर भी लिखते जिन्हें उस समय के समाज में बंद दरवाज़ों के पीछे दबा कर, छुपा कर रखा जाता था। सच सामने लाने के साथ, कहानी कहने की अपनी बेमिसाल अदा और उर्दू ज़बान पर बेजोड़ पकड़ ने सआदत हसन मंटो को कहानी का बेताज बादशाह बना दिया। मात्र 43 सालों की ज़िंदगी में उन्होंने 200 से अधिक कहानियाँ, एक उपन्यास, तीन निबन्ध-संग्रह और अनेक नाटक, रेडियो और फ़िल्म पटकथाएँ लिखीं। फ्रेंच और रूसी लेखकों से प्रभावित, वामपंथी सोच वाले मंटो के लेखन में सच्चाई को ऐसे पेश करने की ताकत है जो लंबे अर्से तक पाठक के दिलोदिमाग पर अपनी पकड़ बनाए रखती है। 2012 में पूरे हिन्दुस्तान में मनाई गई मंटो की जन्म-शताब्दी इस बात का सबूत है कि मंटो आज भी अपने पाठकों और प्रशंसकों के लिए ज़िंदा हैं।

                                                                                                                                                                                                  $30
                                                                                                                                                                                                  Kaali Salwar Aur Anya KahaniyaanKaali Salwar Aur Anya Kahaniyaan
                                                                                                                                                                                                  Kaali Salwar Aur Anya Kahaniyaan
                                                                                                                                                                                                  SPECIFICATION:
                                                                                                                                                                                                  • Publisher : Rajpal and Sons
                                                                                                                                                                                                  • By: Saadat Hasan Manto (Author)
                                                                                                                                                                                                  • Binding :Paperback
                                                                                                                                                                                                  • Language : Hindi
                                                                                                                                                                                                  • Edition :2016
                                                                                                                                                                                                  • Pages: 160 pages
                                                                                                                                                                                                  • Size : 20 x 14 x 4 cm
                                                                                                                                                                                                  • ISBN-10:  9350643820
                                                                                                                                                                                                  • ISBN-13 :9789350643822

                                                                                                                                                                                                  DESCRIPTION: 

                                                                                                                                                                                                  अगर आपको मेरी कहानियाँ अश्लील या गंदी लगती हैं, तो जिस समाज में आप रह रहे हैं, वह अश्लील और गंदा है। मेरी कहानियाँ तो केवल सच दर्शाती हैं... अक्सर ऐसा कहते थे मंटो जब उन पर अश्लीलता के इल्ज़ाम लगते। बेबाक सच लिखने वाले मंटो बहुत से ऐसे मुद्दों पर भी लिखते जिन्हें उस समय के समाज में बंद दरवाज़ों के पीछे दबा कर, छुपा कर रखा जाता था। सच सामने लाने के साथ, कहानी कहने की अपनी बेमिसाल अदा और उर्दू ज़बान पर बेजोड़ पकड़ ने सआदत हसन मंटो को कहानी का बेताज बादशाह बना दिया। मात्र 43 सालों की ज़िंदगी में उन्होंने 200 से अधिक कहानियाँ, एक उपन्यास, तीन निबन्ध-संग्रह और अनेक नाटक, रेडियो और फ़िल्म पटकथाएँ लिखीं। फ्रेंच और रूसी लेखकों से प्रभावित, वामपंथी सोच वाले मंटो के लेखन में सच्चाई को ऐसे पेश करने की ताकत है जो लंबे अर्से तक पाठक के दिलोदिमाग पर अपनी पकड़ बनाए रखती है। 2012 में पूरे हिन्दुस्तान में मनाई गई मंटो की जन्म-शताब्दी इस बात का सबूत है कि मंटो आज भी अपने पाठकों और प्रशंसकों के लिए ज़िंदा हैं।

                                                                                                                                                                                                                          $15
                                                                                                                                                                                                                          Gurmukh Singh Ki WasiyatGurmukh Singh Ki Wasiyat
                                                                                                                                                                                                                          Gurmukh Singh Ki Wasiyat
                                                                                                                                                                                                                          SPECIFICATION:
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                                                                                                                                                                                                                          • By: Saadat Hasan Manto (Author)
                                                                                                                                                                                                                          • Binding :Paperback
                                                                                                                                                                                                                          • Language : Hindi
                                                                                                                                                                                                                          • Edition :2019
                                                                                                                                                                                                                          • Pages: 176 pages
                                                                                                                                                                                                                          • Size : 20 x 14 x 4 cm
                                                                                                                                                                                                                          • ISBN-10:  9386534924
                                                                                                                                                                                                                          • ISBN-13 :9789386534927

                                                                                                                                                                                                                          DESCRIPTION: 

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                                                                                                                                                                                                                                                  $15
                                                                                                                                                                                                                                                  Boo Aur Anya KahaniyaanBoo Aur Anya Kahaniyaan
                                                                                                                                                                                                                                                  Boo Aur Anya Kahaniyaan
                                                                                                                                                                                                                                                  SPECIFICATION:
                                                                                                                                                                                                                                                  • Publisher : Rajpal and Sons
                                                                                                                                                                                                                                                  • By: Saadat Hasan Manto (Author)
                                                                                                                                                                                                                                                  • Binding :Paperback
                                                                                                                                                                                                                                                  • Language : Hindi
                                                                                                                                                                                                                                                  • Edition :2017
                                                                                                                                                                                                                                                  • Pages: 160 pages
                                                                                                                                                                                                                                                  • Size : 20 x 14 x 4 cm
                                                                                                                                                                                                                                                  • ISBN-10: 9386534290
                                                                                                                                                                                                                                                  • ISBN-13 :9789386534293

                                                                                                                                                                                                                                                  DESCRIPTION: 

                                                                                                                                                                                                                                                  अगर आपको मेरी कहानियाँ अश्लील या गंदी लगती हैं, तो जिस समाज में आप रह रहे हैं, वह अश्लील और गंदा है। मेरी कहानियाँ तो केवल सच दर्शाती हैं... अक्सर ऐसा कहते थे मंटो जब उन पर अश्लीलता के इल्ज़ाम लगते। बेबाक सच लिखने वाले मंटो बहुत से ऐसे मुद्दों पर भी लिखते जिन्हें उस समय के समाज में बंद दरवाज़ों के पीछे दबा कर, छुपा कर रखा जाता था। सच सामने लाने के साथ, कहानी कहने की अपनी बेमिसाल अदा और उर्दू ज़बान पर बेजोड़ पकड़ ने सआदत हसन मंटो को कहानी का बेताज बादशाह बना दिया। मात्र 43 सालों की ज़िंदगी में उन्होंने 200 से अधिक कहानियाँ, एक उपन्यास, तीन निबन्ध-संग्रह और अनेक नाटक, रेडियो और फ़िल्म पटकथाएँ लिखीं। फ्रेंच और रूसी लेखकों से प्रभावित, वामपंथी सोच वाले मंटो के लेखन में सच्चाई को ऐसे पेश करने की ताकत है जो लंबे अर्से तक पाठक के दिलोदिमाग पर अपनी पकड़ बनाए रखती है। 2012 में पूरे हिन्दुस्तान में मनाई गई मंटो की जन्म-शताब्दी इस बात का सबूत है कि मंटो आज भी अपने पाठकों और प्रशंसकों के लिए ज़िंदा हैं।

                                                                                                                                                                                                                                                                          $15
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                                                                                                                                                                                                                                                                          Yaadon Ki Baaraat
                                                                                                                                                                                                                                                                          SPECIFICATION:
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                                                                                                                                                                                                                                                                          • By: Josh Malihabadi (Author)
                                                                                                                                                                                                                                                                          • Binding :Paperback
                                                                                                                                                                                                                                                                          • Language : Hindi
                                                                                                                                                                                                                                                                          • Edition :2019
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                                                                                                                                                                                                                                                                          • ISBN-13 :9789386534675

                                                                                                                                                                                                                                                                          DESCRIPTION: 

                                                                                                                                                                                                                                                                          साफ़ और सीधी बात कहने वाले, जोश मलीहाबादी ने अपनी आत्मकथा उतनी ही साफ़गोई से बयां की है जितने वे खुद थे। 1898 में अविभाजित भारत में मलीहाबाद के यूनाइटिड प्राविन्स में एक साहित्यिक परिवार में उनका जन्म हुआ और नाम रखा गया, शब्बीर हसन खान। जब उन्होंने शायरी करनी शुरू की तो अपना नाम जोश मलीहाबादी रख लिया। जोशीले तो वे थे ही और सोच भी शुरू से ही सत्ता-विरोधी थी। ‘हुस्न और इंकलाब’ नज़्म के बाद उन्हें ‘शायर-ए-इंकलाब’ कहा जाने लगा। 1925 में उस्मानिया विश्वविद्यालय में जब वे काम करते थे, तो उन्होंने हैदराबाद के निज़ाम के खिलाफ़ एक नज़्म कही जिसके चलते उन्हें हैदराबाद छोड़ना पड़ा और उन्होंने कलीम नामक पत्रिका शुरू की जिसमें अंग्रेज़ों के खिलाफ़ लिखते थे। विभाजन के बाद जोश कुछ समय तक भारत में रहे। 1954 में उन्हें भारत सरकार ने पद्मभूषण से सम्मानित किया। लेकिन उर्दू ज़बान के कट्टर समर्थक जोश मलीहाबादी ने महसूस किया कि भारत में उर्दू ज़बान का पहले जैसा दर्जा नहीं रहेगा और इसलिए 1958 में वे पाकिस्तान जा बसे और आखिर तक वहीं रहे। 1982 में 83 साल की उम्र में उनका निधन हुआ। जोश मलीहाबादी की ज़िन्दगी जितनी विवादग्रस्त थी, उतनी ही उनकी यह आत्मकथा चर्चित रही। आज भी जोश मलीहाबादी का नाम ऊँचे दर्जे के शायरों में शुमार है और उनकी नज़्में और शे’र बहुत लोकप्रिय हैं। यही कारण है कि उनकी आत्मकथा को आज भी पाठक पढ़ना चाहते हैं।

                                                                                                                                                                                                                                                                                                  $15
                                                                                                                                                                                                                                                                                                  Thoughts At SunriseThoughts At Sunrise
                                                                                                                                                                                                                                                                                                  Thoughts At Sunrise
                                                                                                                                                                                                                                                                                                  SPECIFICATION:
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                                                                                                                                                                                                                                                                                                  • By: Acharya Mahaprajna (Author)
                                                                                                                                                                                                                                                                                                  • Binding :Paperback
                                                                                                                                                                                                                                                                                                  • Language : English
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                                                                                                                                                                                                                                                                                                  • Pages: 204 pages
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                                                                                                                                                                                                                                                                                                  • ISBN-10: 81702887210
                                                                                                                                                                                                                                                                                                  • ISBN-13 :9788170288725

                                                                                                                                                                                                                                                                                                  DESCRIPTION: 

                                                                                                                                                                                                                                                                                                  Every sunrise brings with it the gift of twenty-four hours to use as we please. How we use each of these hours determines how we end up living our life. To help live a life of joy and fulfillment, this priceless book brings the gift of one thought for every day of the year. Written by Acharya Mahaprajna, an erudite scholar, thinker and writer, these 365 thoughts are the essence of his accumulated knowledge and wisdom which offers to the common man the path of practical, righteous living. Acharya Mahaprajna is the tenth spiritual head of Jain Swetambar Terapanth community. He started writing at the age of twenty-two and by now has written more than two hundred books in Hindi, Sanskrit, Prakrit and Rajasthani languages on meditation, spirituality, and various dimensions of the human mind and behaviour.

                                                                                                                                                                                                                                                                                                                          $17
                                                                                                                                                                                                                                                                                                                          Subah Ka ChintanSubah Ka Chintan
                                                                                                                                                                                                                                                                                                                          Subah Ka Chintan
                                                                                                                                                                                                                                                                                                                          SPECIFICATION:
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                                                                                                                                                                                                                                                                                                                          • By: Acharya Mahaprajna (Author)
                                                                                                                                                                                                                                                                                                                          • Binding :Paperback
                                                                                                                                                                                                                                                                                                                          • Language : Hindi
                                                                                                                                                                                                                                                                                                                          • Edition :2010
                                                                                                                                                                                                                                                                                                                          • Pages: 204 pages
                                                                                                                                                                                                                                                                                                                          • Size : 20 x 14 x 4 cm
                                                                                                                                                                                                                                                                                                                          • ISBN-10: 8170288738
                                                                                                                                                                                                                                                                                                                          • ISBN-13 :9788170288732

                                                                                                                                                                                                                                                                                                                          DESCRIPTION: 

                                                                                                                                                                                                                                                                                                                          हर सुबह हमारे लिए एक खूबसूरत तोहफ़ा लाती है। दिन के उन चबीस घंटों का तोहफ़ा, जिन्हें हम जैसे चाहें इस्तेमाल कर सकते हैं। इनमें से हर घंटे को हम कैसे खर्च करते हैं, यही तय करता है कि हम जीवन में क्या पाएंगे और क्या नहीं। हम एक खुशहाल और इत्मीनान भरा जीवन जी सकें, इसलिए इस किताब में साल के हर दिन के लिए एक खूबसूरत विचार दिया गया है। विद्वान् लेखक और विचारक आचार्य महाप्रज्ञ के लिखे ये 365 विचार उनके ज्ञान का सार हैं और संतुलित एवं मर्यादित जीवन की राह दिखाते हैं। आचार्य महाप्रज्ञ जैन श्वेताम्बर तेरापंथ समाज के दसवें आध्यात्मिक गुरु हैं। उन्होंने बाईस साल की उम्र में लिखना शुरू किया था और अब तक वे ध्यान और अध्यात्म सहित मानव मस्तिष्क और मानव व्यवहार के विभिन्न पहलुओं पर दो सौ से भी ज़्यादा पुस्तकें लिख चुके हैं। ये किताबें हिंदी, संस्कृत, प्राकृत और राजस्थानी में हैं।

                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                  $15
                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                  Life Is A StoryLife Is A Story
                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                  Life Is A Story
                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                  SPECIFICATION:
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                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                  • By: Acharya Mahaprajna (Author)
                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                  • Binding :Hardcover
                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                  • Language : English
                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                  • Edition :2016
                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                  • Pages: 144 pages
                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                  • Size : 20 x 14 x 4 cm
                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                  • ISBN-10: 93506417810
                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                  • ISBN-13 :9789350641781

                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                  DESCRIPTION: 

                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                  If the story of life were to be told, a wide range of emotions such as joy, sorrow, anger, envy, love would come into play. This volume presents a collection of stories told by Acharya Mahaprajna which explores different facets of myriad human emotions. Drawing on some universal traits in human behaviour they help us understand our own emotions and channelize them towards better ends; how the right perspective can turn a difficult situation into an opportunity. His Holiness Acharya Mahaprajna (15 June1920 - 9 May 2010) was a philosopher and spiritual guru of the Jain Swetambar Terapanth community. Initiated at the age of ten, Acharya Mahaprajna learned the practice of non-violence and restraint. In order to develop equanimity which, he said, is the precursor to the practice of non-violence, he developed a system of meditation called Preksha Dhyan: to look within and calm oneself to a state of peace and feeling of amity towards one and all. He led the Anuvrat movement initiated by his guru to build moral values in each individual and society as a whole and walked the entire length and breadth of India with this message. A scholar and writer proficient in Sanskrit, Prakrit, Hindi and Rajasthani, Acharya Mahaprajna wrote more than 200 books in all genres of writing; prose, poetry, fiction and philosophy.

                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                          $30
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                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                          J. Krishnamurti - Ek Jeevani
                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                          SPECIFICATION:
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                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                          • By: Mary Lutyens (Author)
                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                          • Binding :Hardcover
                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                          • Language : Hindi
                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                          • Edition :2013
                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                          • Pages: 292 pages
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                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                          • ISBN-10: 9350640708
                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                          • ISBN-13 :9789350640708

                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                          DESCRIPTION: 

                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                          1986 में 90 वर्ष की आयु में कृष्णमूर्ति की मृत्यु हुई, मेरी लट्यंस द्वारा लिखित उनकी वृहदाकार जीवनी के दो खंड ‘द यिअर्ज़ ऑव अवेकनिंग’ (1975) तथा ‘द यिअर्ज़ ऑव फुलफिलमेंट’ (1983) प्रकाशित हो चुके थे। तीसरा खंड ‘दि ओपन डोर’ 1988 में प्रकाशित हुआ। इन तीनों खंडों को मेरी लट्यंस ने ‘द लाइफ एंड डेथ ऑव जे. कृष्णमूर्ति’ नाम से एक ही पुस्तक में समेटा है। मेरी लट्यंस ही के शब्दों में ‘‘मुझे वह वक्त याद नहीं है, जब मैं कृष्णमूर्ति को नहीं जानती थी।’’ थियो साफी द्वारा उद्घोषित नये मसीहा के रूप में जब युवा कृष्णमूर्ति का पहली बार इंग्लैंड आना हुआ था, तब से उनके अंतिम वर्षों तक के जीवन को मेरी लट्यंस ने एक मित्र के तौर पर देखा है और उनकी समग्र जीवन-यात्रा समझने का जतन किया है। ‘कृष्णमूर्ति कौन या क्या थे?’ इस प्रश्न के उत्तर का अन्वेषण उनके जीवन और उनकी मृत्यु के संदर्भ में इन पृष्ठों में किया गया है। कृष्णमूर्ति के अनुसार, उन्होंने जो कुछ कहा है, वह सभी के लिए समान रूप से प्रासंगिक है। हम स्वयं सत्य को खोज सकें, इसमें आने वाली हर बाधा से हमें मुक्त करना ही उनका उद्देश्य है। कृष्णमूर्ति की शिक्षाओं और उनके जीवन में कहीं कोई फर्क नहीं है-अतएव उनका जीवन भी उनकी शिक्षा ही है; जीवन, जिसकी व्यापकता में मृत्यु भी समाविष्ट है। कृष्णमूर्ति की शिक्षाओं को समझने के लिए उनके जीवन की, उनकी मृत्यु की विशदता को जानना-समझना महत्त्वपूर्ण है। एक निवैयक्तिक व्यक्तित्व की अद्भुत गाथा.

                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                  $30
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                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                  J. Krishnamurti - Ek Jeevani
                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                  SPECIFICATION:
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                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                  • By: Mary Lutyens (Author)
                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                  • Binding :Paperback
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                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                  • Edition :2018
                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                  • Pages: 292 pages
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                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                  • ISBN-10: 9350641585
                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                  • ISBN-13 :9789350641583

                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                  DESCRIPTION: 

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                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                          $30
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                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                          • By:  Sahir Ludhianavi (Author)
                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                          • Binding :Paperback
                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                          • Language : Hindi
                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                          • Edition :2019
                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                          • Pages: 128 pages
                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                          • Size : 20 x 14 x 4 cm
                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                          • ISBN-10: 9386534665
                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                          • ISBN-13 :9789386534668

                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                          DESCRIPTION: 

                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                          तल्ख़ियां साहिर लुधियानवी की सबसे पहली किताब थी और इसमें 67 गीत और ग़ज़लें हैं। कॉलेज के दिनों से ही साहिर ने शायरी शुरू कर दी थी और लोग इसे पसन्द भी करने लगे थे, लेकिन उनकी अलग पहचान तल्ख़ियां के प्रकाशन से ही बनने लगी। उर्दू में लिखी यह किताब बहुत लोकप्रिय हुई और इसके कई संस्करण छपे। 1958 में इसका हिन्दी रूपान्तर राजपाल एण्ड सन्ज़ से प्रकाशित हुआ। साहिर के चाहने वाले पाठकों की माँग पर अब इसका नया संस्करण प्रस्तुत है। साहिर लुधियानवी को उनकी शायरी के लिए तो याद किया ही जाएगा लेकिन साथ ही उन्हें हिन्दी सिनेमा में गीतों को एक नई पहचान और मुकाम देने के लिए भी हमेशा याद रखा जायेगा। लुधियाना के एक मुस्लिम परिवार में जन्मे साहिर लुधियानवी का असली नाम अब्दुल हयी था। कॉलेज की शिक्षा के बाद वे लुधियाना से लाहौर चले गए और उर्दू पत्रिकाओं में काम करने लगे। जब एक विवादग्रस्त बयान के कारण पाकिस्तान सरकार ने उनकी ग़िरफ़्तारी के वारन्ट निकाले तो 1949 में लाहौर छोड़ कर साहिर भारत आ गये और मुंबई में अपना ठिकाना बनाया। हिन्दी सिनेमा की दुनिया के वे बेहद लोकप्रिय गीतकार साबित हुए और दो बार उन्हें फ़िल्मफ़ेयर अवार्ड से नवाज़ा गया। उनके फ़न की क़दर करते हुए भारत सरकार ने 1971 में उन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया। 1980 में 59 साल की उम्र में साहिर लुधियानवी की मृत्यु हो गई।

                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                  $15
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                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                  Jungle Ki Kahani
                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                  SPECIFICATION:
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                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                  • By:  Jack London(Author)
                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                  • Binding :Paperback
                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                  • Language : Hindi
                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                  • Edition :2016
                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                  • Pages: 80 pages
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                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                  • ISBN-10: 8174830359
                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                  • ISBN-13 :9788174830357

                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                  DESCRIPTION: 

                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                  जैक लंडन के प्रसिद्ध उपन्यास 'कॉल ऑफ द वाइल्ड ' का सरल हिंदी रूपांतर इस पुस्तक में देखा जा सकता है।

                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                          $10
                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                          Sweet Dreams
                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                          Sweet Dreams
                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                          SPECIFICATION:
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                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                          • By:  Sunny Leone(Author)
                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                          • Binding :Paperback
                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                          • Language : Hindi
                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                          • Edition :2016
                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                          • Pages: 212 pages
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                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                          • ISBN-13 :9788193284162

                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                          DESCRIPTION: 

                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                          ‘इन कहानियों को लिखते हुए मुझे बहुत मज़ा आया-उम्मीद है आप भी इन्हें एन्जॉय करेंगे’-सनी। ‘मर्द कसे हुए पेट, मजबूत हाथों और बेधती हुई आंखों वाले हैं...औरतें सेक्सी, कामुक और कभी-कभी लीक से हटकर सेक्सुअल मुलाकातों की शुरुआत करने वाली हैं’-टाइम्स ऑफ इंडिया। सनी लियोनी भारत की सबसे ज़्यादा चाही जाने वाली और ग्लैमरस महिला हैं। जोश और दिल्लगी से भरी उनकी दिलकश कहानियां आपकी ज़िन्दगी को फिर से जादू से भर देंगी। ‘मादक चाहतों और कई बार जोश में पगे रोमांस की तलाश करती हुई कहानियों का एक चुनिंदा संग्रह’

                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                  $15
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                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                  Mera Desh Nikala
                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                  SPECIFICATION:
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                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                  • By:  Dalai Lama(Author)
                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                  • Binding :Paperback
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                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                  • Edition :2017
                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                  • Pages: 272 pages
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                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                  • ISBN-13 :9788170288695

                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                  DESCRIPTION: 

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                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                          $20
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                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                          Mera Desh Nikala
                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                          SPECIFICATION:
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                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                          • By:  Dalai Lama(Author)
                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                          • Binding :Hardcover
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                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                          • Edition :2010
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                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                          DESCRIPTION: 

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                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                  $25
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                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                  • By:  Chaman Lal (Author)
                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                  • Binding :Hardcover
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                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                  • ISBN-13 :9788170287513

                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                  DESCRIPTION: 

                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                  दलित समाज की पीड़ा सबसे पहले पन्द्रहवीं-सोलहवीं सदी में भक्तिकाल के सन्तों की रचनाओं में मुखरित हुई और उन्होंने निर्भीकता से समाज में फैली इन कुरीतियों के विरुद्ध आवाज़ बुलंद की। उस समय के घोर रूढ़िवादी समाज में यह एक बहुत बड़ा साहस और जोखिम से भरा कदम था। उन्नीसवीं सदी में दलित चेतना के स्वर पहले महाराष्ट्र में उठे और फिर बहुत से साहित्यकारों ने दलितों की समस्या से सम्बन्धित उत्कृष्ट रचनाएँ लिखीं जिनसे देश में नई सामाजिक चेतना जागृत हुई। ‘विषैली रोटी’, ‘मैं भंगी हूँ’, ‘अपने-अपने पिंजरे’, ‘जूठन’ आदि पुस्तकों ने दलित समाज की शोचनीय स्थिति की ओर समाज का ध्यान आकृष्ट किया है। प्रस्तुत पुस्तक में दलित समाज की पृष्ठभूमि में लिखे हुए विभिन्न भारतीय भाषाओं के साहित्य का, दलित महिला लेखन का गहन अध्ययन किया गया है।

                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                          $15
                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                          Diwala Se Diwali Tak
                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                          Diwala Se Diwali Tak
                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                          SPECIFICATION:
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                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                          • By:   Sudhir Kumar (Author)
                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                          • Binding :Hardcover
                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                          • Language : Hindi
                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                          • Edition :2009
                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                          • Pages: 192 pages
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                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                          • ISBN-13 :9788170287872

                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                          DESCRIPTION: 

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                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                  $18

                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                  Recently viewed