Books
Books
4109 products
It is said that you unfold a whole new world every time you open a book. Ganges India presents to you the widest and the most distinctive genre of books to satisfy the diverse taste and preferences of all readers. Here you will find books of assorted topics and interest that can not only strengthen your love for books, but also change your life for good. So, readers! Assemble and dive into the greatest collection of knowledge and enrich your awareness and perception. Books have been an indispensable part of mankind and serve as a basis of our lifestyle. The foundations of all aspects of our lives from ideologies, beliefs, education, ethics, culture were laid by the knowledge our ancestors gathered from the prehistoric writings; and it passed on to the subsequent generations through writing itself. So in a way, the content of books can be intense enough to provide a meaningful direction to your life; precisely why we acknowledge the importance of a worthwhile theme and substance in a book. Hence, we bring to you a curated collection of books you would definitely consider keeping close to your heart. We understand your interest in the literary sphere and we have the perfect pick for all categories of book enthusiasts. Enlighten your mind with the various subjects available in Ganges India which includes Hinduism, Buddhism, Astrology, Art & Architecture, History, Philosophy, Performing Arts, Literature, Fiction, Alternative Health, Cooking, Travel, Biographies, General Books, Saints, Indian Languages and of course the junior readers can find their match in the Children’s section. Each category comes with a variety of options for you to choose from based on your personal inclination. One will undisputedly enhance their knowledge, wisdom and experience through these books without having to physically travel around the world or personally undergo any exasperating situations. Additionally, the different genres of books varying from educational, motivational, lifestyle, fiction will not only broaden your understanding towards the way the world works, but also will help you make better decisions for yourself as you would be exposed to a plethora of perspectives. Our Books section is empowered by the loyalty of readers towards books. Each book is provided with all the necessary details to ensure a pleasant buying experience for you. Also, we recommend that you go through the elaborate elucidation provided for most of the products, about the theme and author of the books for better comprehension of the content. Explore this exclusive section of readers’ paradise to immerse yourself in the cognizance of a wide range of subjects. We are certain that there are a gazillion of book-lovers out there; so before these books run out of stock, it is high time that you add them to your precious book collection in order to reinvent your passion and enhance your individual evolution. We are positive that you will be thrilled to read through the promising content of every product in this category
SPECIFICATION:
- Publisher : Rajpal and Sons
- By: Ashok Chakradhar Author)
- Binding :Paperback
- Language : Hindi
- Edition :2013
- Pages: 120 pages
- Size : 20 x 14 x 4 cm
- ISBN-10: 8170289718
- ISBN-13 :9788170289715
DESCRIPTION:
चाहे कोई साधारण-सी रोज़मर्रा की बात या घटना हो, लेकिन जब हास्य-व्यंग्यकार अशोक चक्रधर उस पर व्यंग्य की स्याही में डूबी अपनी कलम चलाते हैं तो वही घटना अनूठी और यादगार बन जाती है। जीवन के चमन में से चुनी हुई कुछ ऐसी ही घटनाओं के व्यंग्यात्मक फूल इस पुस्तक में प्रस्तुत हैं।
SPECIFICATION:
- Publisher : Rajpal and Sons
- By: Ashok Chakradhar Author)
- Binding :Hardcover
- Language : Hindi
- Edition :2015
- Pages: 120 pages
- Size : 20 x 14 x 4 cm
- ISBN-10: 8170289610
- ISBN-13 :9788170289616
DESCRIPTION:
चाहे कोई साधारण-सी रोज़मर्रा की बात या घटना हो, लेकिन जब हास्य-व्यंग्यकार अशोक चक्रधर उस पर व्यंग्य की स्याही में डूबी अपनी कलम चलाते हैं तो वही घटना अनूठी और यादगार बन जाती है। जीवन के चमन में से चुनी हुई कुछ ऐसी ही घटनाओं के व्यंग्यात्मक फूल इस पुस्तक में प्रस्तुत हैं।
SPECIFICATION:
- Publisher : Rajpal and Sons
- By: Miguel De Cervantes(Author)
- Binding : Paperback
- Language : Hindi
- Edition :2016
- Pages: 80 pages
- Size : 20 x 14 x 4 cm
- ISBN-10: 8174830340
- ISBN-13 :9788174830340
DESCRIPTION:
तीसमार खां
SPECIFICATION:
- Publisher : Rajpal and Sons
- By: Richard Burton (Author)
- Binding : Paperback
- Language : Hindi
- Edition :2017
- Pages: 80 pages
- Size : 20 x 14 x 4 cm
- ISBN-10: 8174830014
- ISBN-13 :9788174830012
DESCRIPTION:
लोकप्रिय पुस्तक सेवेन वॉएजेज ऑफ़ सिंदबाद का सरल हिंदी रूपान्तर l
SPECIFICATION:
- Publisher : Rajpal and Sons
- By: John Buchanan (Author)
- Binding : Paperback
- Language : Hindi
- Edition :2010
- Pages: 176 pages
- Size : 20 x 14 x 4 cm
- ISBN-10: 8170288487
- ISBN-13 :9788170288480
DESCRIPTION:
ट्वेंटी-20 क्रिकेट का एक नया अद्भुत क्रांतिकारी रूप है, जिसने क्रिकेट को खेल के साथ-साथ मनोरंजन और एक उद्योग में बदल दिया है। भारत में क्रिकेट के इस रूप में ग्लैमर, पैसा, बालीवुड का मनोरंजन सभी कुछ शामिल हो गया। पैसा इतना कि इसके आलोचकों ने इसे ‘‘इंडियन पैसा लीग’’ का नाम दे दिया। चीयरलीडर्स का ग्लैमर ऐसा कि बहुत से दर्शक खेल न देखकर चीयरलीडर्स का डांस देखते, शाहरुख खान जैसे फिल्म स्टारों के इस टूर्नामेंट से जुड़ने से लोगों ने बाॅलीवुड का मज़ा भी क्रिकेट में ही लिया। खिलाड़ियों की नीलामी से लेकर ड्रेसिंग रूम के झगड़ों तक और दो टीमों के कप्तानों के बीच विवाद का पूरे टूर्नामेंट के दौरान लोगों ने क्रिकेट के साथ मज़ा लिया। शेन वार्न का गांगुली के साथ विवाद, शाहरुख को सिक्योरिटी के बहाने अपनी टीम के ड्रेसिंग रूम में जाने से रोकना, हरभजन का श्रीसांत को थप्पड़ मारना, गांगुली को ट्वेंटी-20 की कप्तानी के लिए बुकैनन द्वारा अनुपयुक्त बताना और गावस्कर से बुकैनन का वाक् युद्ध...। जान बुकैनन ऑस्ट्रेलिया और कोलकाता के नाइट राइडर्स के कोच रह चुके हैं, और विवादों के कारण चर्चित भी। इस पुस्तक में उन्होंने खुलकर और बहुत मनोरंजक तरीके से क्रिकेट के भविष्य और आई.पी.एल. के मैदान में और मैदान से बाहर होने वाली घटनाओं का खुलासा किया है।
SPECIFICATION:
- Publisher : Rajpal and Sons
- By: Abdul Bismillah(Author)
- Binding : Paperback
- Language : Hindi
- Edition :2017
- Pages: 128 pages
- Size : 20 x 14 x 4 cm
- ISBN-10: 93865340710
- ISBN-13 :9789386534071
DESCRIPTION:
भारतीय समाज के बदलते यथार्थ के नए चित्र बेहद रोचक ढंग से अब्दुल बिस्मिल्लाह ने अपनी इन कहानियों में प्रस्तुत किये हैं। जीवन के संघर्ष के कठिन और प्रेरणादायी प्रसंग इनमें बहुधा आये हैं। और लेखक की निगाह समाज के सभी कोनों, अंतरों में बराबर जाती है जहाँ सामाजिक सरोकारों से वे अपनी रचनाशीलता को अलग नहीं होने देते वहाँ भी किस्सागोई का शुद्ध भारतीय ढंग इन कहानियों को अपनी धरोहर बना लेता है। कथा रस के साथ यथार्थ की ये युगलबंदी ही हिन्दी कहानी में अब्दुल बिस्मिल्लाह की उपस्तिथि को विशेष बनाती है।
SPECIFICATION:
- Publisher : Rajpal and Sons
- By: Narayan Prasad Bindu (Author)
- Binding : Paperback
- Language : Hindi
- Edition :2012
- Pages: 48 pages
- Size : 20 x 14 x 4 cm
- ISBN-10: 8174830669
- ISBN-13 :9788174830661
DESCRIPTION:
‘Shri Arvind
SPECIFICATION:
- Publisher : Rajpal and Sons
- By: Benazir Bhutto (Author)
- Binding : Paperback
- Language : Hindi
- Edition :2016
- Pages: 420 pages
- Size : 20 x 14 x 4 cm
- ISBN-10: 8170287383
- ISBN-13 :9788170287384
DESCRIPTION:
‘‘2007 में पाकिस्तान में एक अनिश्चित भविष्य की तरफ़ लौटते वक्त न सिर्फ़ अपने और अपने देश के बल्कि सारी दुनिया के लिए मौजूद खतरों से मैं अच्छी तरह वाकिफ़ हूँ। हो सकता है कि पाकिस्तान पहुँचते ही मैं गिरफ़्तार कर ली जाऊँ। हो सकता है कि जब मैं हवाई अड्डे पर उतरूँ तो गोलियों की शिकार हो जाऊँ। पहले भी कई बार अल-क़ायदा मुझे मारने की कोशिश कर चुका है। हम यह क्यों सोचें कि वह ऐसा नहीं करेगा? क्योंकि मैं अपने वतन में लोकतांत्रिक चुनावों के लिए लड़ने को लौट रही हूँ और अल-क़ायदा को लोकतांत्रिक चुनावों से नफ़रत है। लेकिन मैं तो वही करूँगी जो मुझे करना है और मैं पाकिस्तान की जनता की लोकतांत्रिक आकांक्षाओं में साथ देने का अपना वादा पूरा करने का पक्का इरादा रखती हूँ।’’ अप्रैल 2007 में लिखे हुए ये शब्द आखिर 27 दिसम्बर, 2007 को सच्चाई में बदल गए, जब बेनज़ीर भुट्टों की रावलपिंडी में निर्मम हत्या कर दी गई। ‘‘यह एक बहुत बहादुर औरत की आपबीती है जिसने अनेक चुनौतियाँ स्वीकार कीं, जिसके परिवार के अनेक लोग शहीद हुए, जिसने पाकिस्तान की आज़ादी की मशाल जलाए रखी, बावजूद तानाशाही के विरोध के।’’-संडे टाइम्स ‘‘यह आपबीती है एक सख्तजान और योद्धा औरत की जिसने अपने जीवन का पूरा घटनाचक्र साफगोई से और बहुत ही दिलचस्प ढंग से वर्णन किया है।’’-इंडिपेंडेंट। ‘‘निडरता, वीरता और जीवन की नाटकीय घटनाओं की मर्मस्पर्शी आत्मकथा।’’-ईवनिंग स्टैण्डर्ड।
SPECIFICATION:
- Publisher : Rajpal and Sons
- By: Benazir Bhutto (Author)
- Binding : Hardcover
- Language : Hindi
- Edition :2010
- Pages: 420 pages
- Size : 20 x 14 x 4 cm
- ISBN-10: 8170287375
- ISBN-13 :9788170287377
DESCRIPTION:
‘‘2007 में पाकिस्तान में एक अनिश्चित भविष्य की तरफ़ लौटते वक्त न सिर्फ़ अपने और अपने देश के बल्कि सारी दुनिया के लिए मौजूद खतरों से मैं अच्छी तरह वाकिफ़ हूँ। हो सकता है कि पाकिस्तान पहुँचते ही मैं गिरफ़्तार कर ली जाऊँ। हो सकता है कि जब मैं हवाई अड्डे पर उतरूँ तो गोलियों की शिकार हो जाऊँ। पहले भी कई बार अल-क़ायदा मुझे मारने की कोशिश कर चुका है। हम यह क्यों सोचें कि वह ऐसा नहीं करेगा? क्योंकि मैं अपने वतन में लोकतांत्रिक चुनावों के लिए लड़ने को लौट रही हूँ और अल-क़ायदा को लोकतांत्रिक चुनावों से नफ़रत है। लेकिन मैं तो वही करूँगी जो मुझे करना है और मैं पाकिस्तान की जनता की लोकतांत्रिक आकांक्षाओं में साथ देने का अपना वादा पूरा करने का पक्का इरादा रखती हूँ।’’ अप्रैल 2007 में लिखे हुए ये शब्द आखिर 27 दिसम्बर, 2007 को सच्चाई में बदल गए, जब बेनज़ीर भुट्टों की रावलपिंडी में निर्मम हत्या कर दी गई। ‘‘यह एक बहुत बहादुर औरत की आपबीती है जिसने अनेक चुनौतियाँ स्वीकार कीं, जिसके परिवार के अनेक लोग शहीद हुए, जिसने पाकिस्तान की आज़ादी की मशाल जलाए रखी, बावजूद तानाशाही के विरोध के।’’-संडे टाइम्स ‘‘यह आपबीती है एक सख्तजान और योद्धा औरत की जिसने अपने जीवन का पूरा घटनाचक्र साफगोई से और बहुत ही दिलचस्प ढंग से वर्णन किया है।’’-इंडिपेंडेंट। ‘‘निडरता, वीरता और जीवन की नाटकीय घटनाओं की मर्मस्पर्शी आत्मकथा।’’-ईवनिंग स्टैण्डर्ड।
SPECIFICATION:
- Publisher : Rajpal and Sons
- By: Brij Bhushan(Author)
- Binding : Paperback
- Language : Hindi
- Edition :2010
- Pages: 72 pages
- Size : 20 x 14 x 4 cm
- ISBN-10: 9380717024
- ISBN-13 :9789380717029
DESCRIPTION:
Rakh Path Rakha Path
SPECIFICATION:
- Publisher : Rajpal and Sons
- By: Rachna Bhola 'Yamini (Author)
- Binding : Paperback
- Language : Hindi
- Edition :2018
- Pages: 144 pages
- Size : 20 x 14 x 4 cm
- ISBN-10: 9386534444
- ISBN-13 :9789386534446
DESCRIPTION:
‘‘ठिठुरते जाड़े में, तेरे प्रेम की गरमाहट से, सूफ़ी क़लंदर के तन पर लिपटी, मोटी सूती चादर से, हमारी फ़क़ीरी के आलम में, इश्क़ की नवाबी शान से, संजीदा उमरों के बीच, दिल की शोख़ नादानियों से तेरे कांधे पर रखे सर से, मिलने वाली राहत से, तेरे हौसले, भरोसे और अपनेपन के आफ़ताब से लिखे हैं लव नोट्स! जो तुमसे कभी कहे तो नहीं गए, पर यकीं है कि तुमने सुन ही लिए होंगे। ये सतरें... मेरा इश्क़, मेरी इबादत, मेरी आश्ना, मेरा जुनूँ, मेरी कलम, मेरा कलमा ये हैं मन के मंजीरे!’’ इश्क़ की हर बात कह देने के बाद भी बात अधूरी जान पड़ती है और लगता है कि बस वही तो कहना था, जो अब भी कहना बाक़ी है। कह देने और न कह पाने की इसी जद्दोजहद का नतीजा हैं, ये मन के मंजीरे... रचना भोला ‘यामिनी’ ने पिछले दो दशकों में अनगिनत पुस्तकों के अनुवाद किये हैं। मौलिक लेखन में उनकी कृतियाँ, याज्ञसेनी और प्रयास उल्लेखनीय हैं। मन के मंजीरे में रचना भोला ‘यामिनी’ ने आत्मिक प्रेम की अनुभूतियों को बड़ी सहजता और बेहद खूबसूरती से कागज़ पर उतारा है।
SPECIFICATION:
- Publisher : Rajpal and Sons
- By: Anupchandra Bhayani (Author)
- Binding : Paperback
- Language : Hindi
- Edition :2014
- Pages: 238 pages
- Size : 20 x 14 x 4 cm
- ISBN-10: 8170281776
- ISBN-13 :9788170281771
DESCRIPTION:
* Reference book on Business Communication in Hindi. * A comprehensive book on 'Business Comm-unication' which provides complete information and examples of the various types of communication used in business, such as letters, reports presentations etc.Prepared in accordance with the guidelines and vocabulary approved by the Official Language Department, Ministry of Home Affairs, Govt. of India. Hindi
SPECIFICATION:
- Publisher : Rajpal and Sons
- By: Bhavbhuti (Author)
- Binding : Paperback
- Language : Hindi
- Edition :2017
- Pages: 96 pages
- Size : 20 x 14 x 4 cm
- ISBN-10: 8170287790
- ISBN-13 :9788170287797
DESCRIPTION:
महाकवि भवभूति द्वारा रचित उत्तररामचरित संस्कृत साहित्य की अमूल्य निधि है। रामायण के (उत्तरकाण्ड) कथानक को लेकर भवभूति ने अपनी प्रतिभा का सृजन किया। सार्थकता और संवादों की स्वाभाविकता इस नाटक की प्रमुख विशेषता है। मानवहृदय की वेदना को भवभूति ने बड़ी ही खूबसूरती से व्यक्त किया है। अपने पति श्रीराम द्वारा त्यागी गई सीता का मार्मिक वर्णन पढ़कर पाठक बरबस भावुक हो उठता है।
SPECIFICATION:
- Publisher : Rajpal and Sons
- By: Shanti Bhattacharya
- Binding : Paperback
- Language : Hindi
- Edition :2012
- Pages: 56 pages
- Size : 20 x 14 x 4 cm
- ISBN-10: 8170283345
- ISBN-13 :9788170283348
DESCRIPTION:
Rajasthan Ki Lok Kathayen
SPECIFICATION:
- Publisher : Rajpal and Sons
- By: Rajendra Mohan Bhatnagar
- Binding : Paperback
- Language : Hindi
- Edition :2018
- Pages: 376 pages
- Size : 20 x 14 x 4 cm
- ISBN-10: 8170281512
- ISBN-13 :9788170281511
DESCRIPTION:
महात्मा बुद्ध के बाद यदि किसी महापुरुष ने धर्म, समाज, राजनीति और आर्थिक धरातल पर सामाजिक क्रांति से साक्षात्कार कराने का सार्थक प्रयास किया तो वह थे-डा. भीमराव अंबेडकर। उनका सूर्य-सदृश तेजस्वी चरित्र, चंद्रमा जैसा सम्मोहक व्यवहार, ऋषियों जैसा गहन गम्भीर ज्ञान, संतों जैसा उत्सर्ग-बल और शांत स्वभाव उनके चरित्र के विभिन्न पहलू थे। उन्होंने अपना सारा जीवन समाज के उपेक्षित, दलित, शोषित और निर्बल वर्गों को उन्नत करने में लगा दिया था। सच्ची घटनाओं पर आधारित, यह जीवनीपरक उपन्यास वर्तमान पीढ़ी को निराशा और दिशाहीनता की स्थिति से ऊपर उठाकर एक जीवंत चेतन धारा से जोड़ने की दिशा में विशेष भूमिका निभाएगा। ‘युगपुरुष अंबेडकर’ के लेखक राजेन्द्र मोहन भटनागर हिन्दी के सुपरिचित और सुप्रतिष्ठित लेखक हैं। अनेक महान् पुरुषों की जीवनियां प्रस्तुत कर वे जीवनी-विधा को भी समृद्ध करते रहे हैं। यह उनकी विशिष्ट कृति है।
SPECIFICATION:
- Publisher : Rajpal and Sons
- By: Rajendra Mohan Bhatnagar
- Binding : Hardcover
- Language : Hindi
- Edition :2010
- Pages: 304 pages
- Size : 20 x 14 x 4 cm
- ISBN-10: 8170286557
- ISBN-13 :9788170286554
DESCRIPTION:
यह उपन्यास श्री अरविन्द की साधना का प्रेरक, जीवंत चित्रण है तथा उनकी अलौकिक अनुभूतियों और दिव्य जगत का अंतरपट खोलता है। साथ ही, जीवन के अनेक प्रश्नों के मर्म पर से पर्दा हटाता है।
SPECIFICATION:
- Publisher : Rajpal and Sons
- By: Rajendra Mohan Bhatnagar
- Binding : Hardcover
- Language : Hindi
- Edition :2018
- Pages: 268 pages
- Size : 20 x 14 x 4 cm
- ISBN-10: 81702850210
- ISBN-13 :9788170285021
DESCRIPTION:
‘भारत की माटी मेरा स्वर्ग है, ‘भारत का कल्याण ही मेरा कल्याण है’ फेंक दे यह शंख बजाना, छोड़ दे प्रशस्ति गान करना यदि तेरे पास दो वक्त की रोटी न हो’-ये शब्द उस तेजस्वी संन्यासी के हैं जो हमारी सांस्कृतिक तथा राजनीतिक स्वाधीनता के जनक थे। भारतीय नवजागरण के अग्रदूत स्वामी विवेकानन्द के विलक्षण प्रभावी जीवन पर आधारित सांस्कृतिक उपन्यास।
SPECIFICATION:
- Publisher : Rajpal and Sons
- By: Rajendra Mohan Bhatnagar
- Binding : Paperback
- Language : Hindi
- Edition :2018
- Pages: 268 pages
- Size : 20 x 14 x 4 cm
- ISBN-10: 8170284287
- ISBN-13 :9788170284284
DESCRIPTION:
‘भारत की माटी मेरा स्वर्ग है, ‘भारत का कल्याण ही मेरा कल्याण है’ फेंक दे यह शंख बजाना, छोड़ दे प्रशस्ति गान करना यदि तेरे पास दो वक्त की रोटी न हो’-ये शब्द उस तेजस्वी संन्यासी के हैं जो हमारी सांस्कृतिक तथा राजनीतिक स्वाधीनता के जनक थे। भारतीय नवजागरण के अग्रदूत स्वामी विवेकानन्द के विलक्षण प्रभावी जीवन पर आधारित सांस्कृतिक उपन्यास।
SPECIFICATION:
- Publisher : Rajpal and Sons
- By: Rajendra Mohan Bhatnagar
- Binding : Paperback
- Language : Hindi
- Edition :2017
- Pages: 320 pages
- Size : 20 x 14 x 4 cm
- ISBN-10: 9350640090
- ISBN-13 :9789350640098
DESCRIPTION:
भारत की एकमात्र महिला प्रधानमन्त्री रहीं इन्दिरा गाँधी के जीवन पर आधारित है लेखक राजेन्द्र मोहन भटनागर की यह पुस्तक। यह इन्दिरा गाँधी की 67 सालों की उथल-पुथल भरी, घटनापूर्ण ज़िन्दगी की गाथा है जो इस बात पर प्रकाश डालती है कि एक संकोची, एकान्त पसन्द, गुमसुम रहने वाली लड़की में ऐसी कौन सी विलक्षणताएँ थीं जिनके कारण वह दो बार देश की प्रधानमन्त्री चुनी गयीं। बैंकों के राष्ट्रीयकरण, बांग्लादेश के जन्म, एमरजेंसी, और ब्लू-स्टार ऑपरेशन जैसे ऐतिहासिक निर्णयों से जहाँ इन्दिरा गाँधी की छवि एक दबंग, निष्ठुर नेता की थी वहीं अपने व्यक्तिगत जीवन में वह संवेदनशील, कला और संस्कृति की परख रखने वाली, ज़िन्दगी की हर छोटी-से-छोटी बात पर ध्यान देनेवाली महिला और ममतामयी माँ थीं। उनके जीवन के इन सभी पहलुओं को एक साथ बुनकर लेखक ने एक रोचक और पठनीय जीवनी का सृजन किया है। राजस्थान साहित्य अकादमी के सर्वोच्च सम्मान ‘मीरा पुरस्कार’ और ‘विशिष्ट साहित्यकार सम्मान’ आदि पुरस्कारों से सम्मानित राजेन्द्र मोहन भटनागर अपने ऐतिहासिक उपन्यासों के लिए विशेष रूप से जाने जाते हैं। युगपुरुष अंबेडकर, विवेकानन्द, सरदार, दलित संत, गौरांग और कुली बैरिस्टर उनकी कुछ लोकप्रिय रचनाएँ हैं।
SPECIFICATION:
- Publisher : Rajpal and Sons
- By: Rajendra Mohan Bhatnagar
- Binding : Hardcover
- Language : Hindi
- Edition :2019
- Pages: 312 pages
- Size : 20 x 14 x 4 cm
- ISBN-10: 8170285054
- ISBN-13 :9788170285052
DESCRIPTION:
सरदार' यानी भारत के बिस्मार्क, लौहपुरुष सरदार पटेल का भारत के राष्ट्रीय आंदोलन तथा स्वतंत्रता-प्राप्ति के बाद देश के निर्माण में जो केंद्रीय तथा ठोस योगदान रहा, वह तब तक याद किया जाता रहेगा जब तक भारत राष्ट्र एक बार फिर सुदृढ़, शक्तिशाली तथा शत्रु-शक्तियों से लोहा लेने में समर्थ नहीं हो जाता। आजादी के बाद बहुत जल्द उनका देहांत देश को मझधार में खड़ा छोड़ गया और पचास वर्ष बाद भी उसमें परिवर्तन होता नजर नहीं आ रहा- जो आज एक बार फिर उनके जीवन तथा गुणों को याद करने का कारण बन गया है। इस उद्देश्य से जीवनीपरक उपन्यासों के प्रख्यात लेखक राजेंद्रमोहन भटनागर ने सरदार पटेल के जीवन पर इस उपन्यास की रचना की है। यह बड़ी कुशलता से उस महान तेजस्वी और प्रखर व्यक्तित्व के सभी पक्षों को अंकित करता है। आज के सभी भारतीयों के लिए यह उपन्यास अवश्य पठनीय और प्रेरणा तथा स्फूर्तिदायी है। उपन्यास की शैली में लिखित यह संभवतः सरदार पटेल पर पहला और अकेला उपन्यास है।
SPECIFICATION:
- Publisher : Rajpal and Sons
- By: Rajendra Mohan Bhatnagar
- Binding : Hardcover
- Language : Hindi
- Edition :2017
- Pages: 368 pages
- Size : 20 x 14 x 4 cm
- ISBN-10: 8170280494
- ISBN-13 :9788170280491
DESCRIPTION:
‘नीले घोड़े का सवार’ सुप्रसिद्ध ऐतिहासिक उपन्यासकार डा. राजेन्द्रमोहन भटनागर कृत प्रातः स्मरणीय महाराणा प्रताप को लेकर लिखा गया अन्यतम उपन्यास है। यह उपन्यास अनवरत शोध का परिणाम है। आपको बहुत कुछ नया ज्ञात हुआ और नये की स्थापना करना अत्यन्त आवश्यक हो गया। यह उपन्यास न केवल अपने समय का जीवित दस्तावेज़ है अपितु तत्कालीन जनजीवन की सामाजिक, आर्थिक और आंशिक रूप से धार्मिक स्थिति को समझने में मदद करने वाला ग्रन्थ है। इसके द्वारा महाराणा प्रताप का एक सर्वथा जीवन्त मानवीय चरित्र सामने आता है। कथाकार ने इतिहास का सार्थक उपयोग किया है। कथा में रोचकता की वृद्धि हुई है और सांस्कृतिक-सामाजिक सरोकारों को ज़्यादा सार्थकता हासिल हुई है।-‘आजकल’। लेखक ने एक ओर इतिहास रस का परिपाक किया है तो दूसरी ओर रचना के माध्यम से प्रताप के जीवन-संघर्ष का उदात्तीकरण भी किया है।-‘नया शिक्षक’।
SPECIFICATION:
- Publisher : Rajpal and Sons
- By: Rajendra Mohan Bhatnagar
- Binding : Hardcover
- Language : Hindi
- Edition :2010
- Pages: 308 pages
- Size : 20 x 14 x 4 cm
- ISBN-10: 8170287448
- ISBN-13 :9788170287445
DESCRIPTION:
राजेन्द्र मोहन भटनागर का यह उपन्यास गाँधीजी के जीवन के उस बदलाव पर केन्द्रित है जिसने उन्हें एक सफल बैरिस्टर से महात्मा बना दिया। गाँधीजी विलायत से वकालत पढ़कर दक्षिण अफ्रीका गए तो थे बैरिस्टर बनने, बैरिस्टर वह बने भी और सफल भी हुए लेकिन वहाँ की रंगभेद की नीति ने उन्हें इतना द्रवित किया कि वह वैभव का जीवन छोड़कर अहिंसा और सत्याग्रह के रास्ते संघर्ष पर उतर आए। इसी राह ने उन्हें महात्मा भी बनाया। बेहद प्रभावशाली प्रस्तुति, रोचक भाषा-शिल्प ओर सहजता से ओत-प्रोत यह उपन्यास बार-बार पढ़े जाने लायक बन पड़ा है।
SPECIFICATION:
- Publisher : Rajpal and Sons
- By: Rajendra Mohan Bhatnagar
- Binding : Hardcover
- Language : Hindi
- Edition :2009
- Pages: 320 pages
- Size : 20 x 14 x 4 cm
- ISBN-10: 8170288207
- ISBN-13 :9788170288206
DESCRIPTION:
चैतन्य महाप्रभु कृष्ण के अवतार माने गये है। 1486 में बंगाल के छोटे से गाँव में जन्मे चैतन्य महाप्रभु बचपन से ही बहुत प्रतिभाशाली थे। छोटी उम्र में ही उन्होंने सभी धार्मिक ग्रंथों का गहराई से अध्ययन कर उन्हें कण्ठस्थ भी कर लिया था। केवल अड़तालीस वर्ष के छोटे से जीवन काल में उन्हें अपने समय का सबसे महान और महत्त्वपूर्ण विद्वान् माना जाता था। देश भर में भ्रमण करके उन्होंने संकीर्तन और ‘हरे कृष्ण हरे कृष्ण, कृष्ण कृष्ण हरे हरे’ का मूल मंत्र का संदेश देश के कोने-कोने में फैलाया। कृष्ण भक्ति में लीन होकर कृष्ण का नाम भजना और साथ-साथ आनंद में नाचना, इसकी शुरुआत उन्होंने ही की और यही आज दुनिया के कोने-कोने में इस्कान (ISKON) के नाम से जाना जाता है। राजेन्द्र मोहन भटनागर ने अपनी इस कृति ‘गौरांग’ के माध्यम से चैतन्य महाप्रभु के जीवन का ऐसा सुन्दर एवं सजीव चित्रण किया है कि पाठक इसको पढ़ते समय यह अनुभव करता है कि वह चैतन्य महाप्रभु को अपने सामने चलता-फिरता और प्रवचन देता हुआ देख रहा है।
SPECIFICATION:
- Publisher : Rajpal and Sons
- By: Rajendra Mohan Bhatnagar
- Binding : Hardcover
- Language : Hindi
- Edition :2017
- Pages: 448 pages
- Size : 20 x 14 x 4 cm
- ISBN-10: 81702824210
- ISBN-13 :9788170282426
DESCRIPTION:
शीर्षस्थ स्वातंत्य योद्धा नेताजी सुभाषचन्द्र बोस की अप्रतिम जीवन गाथा...अग्रणी राजनेताओं के औपन्यासिक जीवन-चरित्रों के सिद्ध लेखक राजेन्द्रमोहन भटनागर द्वारा।
Main menu